🙏🙏 *शनि का गोचर कर्क राशि व मकर राशि में* 🙏🙏
भारत की सनातन संस्कृति में ज्योतिष का बहुत बड़ा स्थान है । भारत के लोग ज्योतिष को आदर की दृष्टि से देखते हैं । वैसे तो शनि जब बृहस्पति से व राहु से मंगल से युति संबंध या दृष्टि संबंध आमने सामने करता है उस समय विश्व में बड़ी बड़ी दुर्घटनाएं होती हुई देखी गई है है । हमने कई बार देखा कि शनि ग्रह जब जब मकर राशि या कर्क राशि में विराजमान रहते हैं तब तक भारत में या विश्व में कोई ना कोई बड़ी घटना अवश्य होती है । शनि जब-जब मकर राशि में आता है या कर्क राशि में आता है तब तब विश्व में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाता है वर्तमान में शनि ग्रह मकर राशि में जनवरी 2020 से आए हैं आप देख रहे हैं कि शनि के मकर राशि में आने के पश्चात पूरे विश्व में कोरोना वायरस की महामारी बहुत विस्तृत रूप से फैली हुई है और लाखों की संख्या में पूरे विश्व में लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं और हजारों आदमियों की जान चली गई है यह रिसर्च करने जैसा विषय है कि ऐसा क्यों होता है हर बार तो हमने ज्योतिष के कई सिद्धांतों को देखा और उनको अपनी कसौटी पर सत्य पाया कि जब जब शनि मकर राशि या कर्क राशि में आता है उस समय वह भारत में वह विश्व में कोई न कोई घटना अवश्य घटित करवाता है वर्तमान में शनि 2020 और 2021 2022 तक मकर राशि में विराजमान रहेंगे तो वर्तमान की परिस्थिति आप देख ही रहे हैं कि उसने आने के पश्चात कितनी तबाही मचा रखी है और ना जाने 2020 2021 मैं क्या करेगा वैसे मैं पुरानी घटनाओं के आधार पर कुछ उदाहरण दे रहा हूं जिस जिस समय शनि किन राशियों में आया था कौनसे-कौनसे साल में कौन सी कौन सी घटना हुई इसका पूरा विवरण मैं नीचे पूर्ण रूप से दे रहा हूं ।
(1) सन 2005 - 2006 की घटना
शनि ग्रह कर्क राशि में था उस समय विश्व में सुनामी आई थी, इराक युद्ध, पाकिस्तान में भूकंप आने से 75000 से ज्यादा मौत मौतें हुई थी वह इंडोनेशिया में भूकंप से करीबन 7000 आदमी मरे थे
(2) 1990- 1991 की प्रमुख घटना
इस समय शनि मकर राशि में राहु के साथ है मई 1991 में राजीव गांधी की मौत व भारत में बहुत बड़ी आर्थिक मंदी आई थी व उस समय सोवियत संघ का विघटन हुआ था ,इसके साथ-साथ कश्मीर में 1990 के समय से लाखों कश्मीरी पंडितों को मारा गया था, इसके साथ-साथ अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के तहत बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया था यह कार्य 1990- 91 में हुआ था ।
(3) 1975 - 1976 की महत्वपूर्ण घटना
इस समय शनि कर्क राशि में उपस्थित थे और भारत में उस समय की महत्वपूर्ण घटना आपातकाल का लगा हुआ होना था सूरीनाम देश होलेंड से स्वतंत्र हुआ था इटली फ्रांस जर्मनी ऑस्ट्रिया चेकोस्लोवाकिया युगो स्लोवाकिया में भूकंप आया था उस समय हजारों लोग मरे थे ।
(4) 1961- 1962 की महत्वपूर्ण घटना
शनि ग्रह उस समय मकर राशि में गोचर कर रहा था। उस समय भारत चीन का युद्ध हुआ था इसमें हजारों सैनिक मरे थे अक्टूबर 1962 में क्यूबा में रूस ने मिसाइल लगाई थी जिससे अमेरिका व पश्चिम के देशों में स्वीट युद्ध प्रारंभ हुआ था ।
(5) 1946- 1948 की महत्वपूर्ण घटना
इस समय शनि कर्क राशि में विचरण कर रहा था 19 सौ 46 से 50 तक भारत की आजादी का बहुत बड़ा संघर्ष भारत का ब्रिटेन से स्वतंत्र होना व भारत के कई स्वतंत्रता सेनानियों की जान इसमें गई थी थी व फ्रांस से सीरिया आजाद हुआ था वह फिलिस्तीन के मुख्यालय को उड़ा दिया गया था ।
(6) 1932- 1933 की महत्वपूर्ण घटना
शनि इस समय मकर राशि में गोचर कर रहा था उस समय भारत के स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में तारापुर गोली कांड हुआ था वह भारत में जगह-जगह तिरंगा फहराने का आंदोलन हुआ था उसमें हजारों स्वतंत्रता सेनानियों की मौत हुई थी ।
(7) 1917 - 1919 की महत्वपूर्ण घटना
शनि इस समय कर्क राशि के गोचर में थे उस समय विश्व की सबसे बड़ी घटना रूस में जार निकोलस के खिलाफ एक बड़ी क्रांति जो उस समय की बहुत बड़ी घटना थी उस आंदोलन के समय लाखों रूसियों की जान गई थी इटली ने तुर्की के खिलाफ युद्ध किया था ।
इस प्रकार पंडित जितेंद्र आचार्य यानि मैंने अपने द्वारा किए गए अनुसंधान में पाया कि विश्व में जितनी भी बड़ी घटनाएं हुई थी वह सभी की सभी शनि के मकर राशि व कर्क राशि में गोचर में विचरण करते समय हुई थी । कई बार आप देख सकते है कि शनि व गुरु , शनि व राहु , शनि व मंगल के आमने सामने की दृष्टि व युति संबंध का विश्व में बहुत बड़ा प्रभाव प्रत्यक्ष होते पाया है । पंडित जितेंद्र आचार्य ज्योतिषाचार्य एवं पंचांगकर्त्ता । बीकानेर, कोलकाता व दिल्ली । 9831116226
भारत की सनातन संस्कृति में ज्योतिष का बहुत बड़ा स्थान है । भारत के लोग ज्योतिष को आदर की दृष्टि से देखते हैं । वैसे तो शनि जब बृहस्पति से व राहु से मंगल से युति संबंध या दृष्टि संबंध आमने सामने करता है उस समय विश्व में बड़ी बड़ी दुर्घटनाएं होती हुई देखी गई है है । हमने कई बार देखा कि शनि ग्रह जब जब मकर राशि या कर्क राशि में विराजमान रहते हैं तब तक भारत में या विश्व में कोई ना कोई बड़ी घटना अवश्य होती है । शनि जब-जब मकर राशि में आता है या कर्क राशि में आता है तब तब विश्व में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाता है वर्तमान में शनि ग्रह मकर राशि में जनवरी 2020 से आए हैं आप देख रहे हैं कि शनि के मकर राशि में आने के पश्चात पूरे विश्व में कोरोना वायरस की महामारी बहुत विस्तृत रूप से फैली हुई है और लाखों की संख्या में पूरे विश्व में लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं और हजारों आदमियों की जान चली गई है यह रिसर्च करने जैसा विषय है कि ऐसा क्यों होता है हर बार तो हमने ज्योतिष के कई सिद्धांतों को देखा और उनको अपनी कसौटी पर सत्य पाया कि जब जब शनि मकर राशि या कर्क राशि में आता है उस समय वह भारत में वह विश्व में कोई न कोई घटना अवश्य घटित करवाता है वर्तमान में शनि 2020 और 2021 2022 तक मकर राशि में विराजमान रहेंगे तो वर्तमान की परिस्थिति आप देख ही रहे हैं कि उसने आने के पश्चात कितनी तबाही मचा रखी है और ना जाने 2020 2021 मैं क्या करेगा वैसे मैं पुरानी घटनाओं के आधार पर कुछ उदाहरण दे रहा हूं जिस जिस समय शनि किन राशियों में आया था कौनसे-कौनसे साल में कौन सी कौन सी घटना हुई इसका पूरा विवरण मैं नीचे पूर्ण रूप से दे रहा हूं ।
(1) सन 2005 - 2006 की घटना
शनि ग्रह कर्क राशि में था उस समय विश्व में सुनामी आई थी, इराक युद्ध, पाकिस्तान में भूकंप आने से 75000 से ज्यादा मौत मौतें हुई थी वह इंडोनेशिया में भूकंप से करीबन 7000 आदमी मरे थे
(2) 1990- 1991 की प्रमुख घटना
इस समय शनि मकर राशि में राहु के साथ है मई 1991 में राजीव गांधी की मौत व भारत में बहुत बड़ी आर्थिक मंदी आई थी व उस समय सोवियत संघ का विघटन हुआ था ,इसके साथ-साथ कश्मीर में 1990 के समय से लाखों कश्मीरी पंडितों को मारा गया था, इसके साथ-साथ अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के तहत बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया था यह कार्य 1990- 91 में हुआ था ।
(3) 1975 - 1976 की महत्वपूर्ण घटना
इस समय शनि कर्क राशि में उपस्थित थे और भारत में उस समय की महत्वपूर्ण घटना आपातकाल का लगा हुआ होना था सूरीनाम देश होलेंड से स्वतंत्र हुआ था इटली फ्रांस जर्मनी ऑस्ट्रिया चेकोस्लोवाकिया युगो स्लोवाकिया में भूकंप आया था उस समय हजारों लोग मरे थे ।
(4) 1961- 1962 की महत्वपूर्ण घटना
शनि ग्रह उस समय मकर राशि में गोचर कर रहा था। उस समय भारत चीन का युद्ध हुआ था इसमें हजारों सैनिक मरे थे अक्टूबर 1962 में क्यूबा में रूस ने मिसाइल लगाई थी जिससे अमेरिका व पश्चिम के देशों में स्वीट युद्ध प्रारंभ हुआ था ।
(5) 1946- 1948 की महत्वपूर्ण घटना
इस समय शनि कर्क राशि में विचरण कर रहा था 19 सौ 46 से 50 तक भारत की आजादी का बहुत बड़ा संघर्ष भारत का ब्रिटेन से स्वतंत्र होना व भारत के कई स्वतंत्रता सेनानियों की जान इसमें गई थी थी व फ्रांस से सीरिया आजाद हुआ था वह फिलिस्तीन के मुख्यालय को उड़ा दिया गया था ।
(6) 1932- 1933 की महत्वपूर्ण घटना
शनि इस समय मकर राशि में गोचर कर रहा था उस समय भारत के स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में तारापुर गोली कांड हुआ था वह भारत में जगह-जगह तिरंगा फहराने का आंदोलन हुआ था उसमें हजारों स्वतंत्रता सेनानियों की मौत हुई थी ।
(7) 1917 - 1919 की महत्वपूर्ण घटना
शनि इस समय कर्क राशि के गोचर में थे उस समय विश्व की सबसे बड़ी घटना रूस में जार निकोलस के खिलाफ एक बड़ी क्रांति जो उस समय की बहुत बड़ी घटना थी उस आंदोलन के समय लाखों रूसियों की जान गई थी इटली ने तुर्की के खिलाफ युद्ध किया था ।
इस प्रकार पंडित जितेंद्र आचार्य यानि मैंने अपने द्वारा किए गए अनुसंधान में पाया कि विश्व में जितनी भी बड़ी घटनाएं हुई थी वह सभी की सभी शनि के मकर राशि व कर्क राशि में गोचर में विचरण करते समय हुई थी । कई बार आप देख सकते है कि शनि व गुरु , शनि व राहु , शनि व मंगल के आमने सामने की दृष्टि व युति संबंध का विश्व में बहुत बड़ा प्रभाव प्रत्यक्ष होते पाया है । पंडित जितेंद्र आचार्य ज्योतिषाचार्य एवं पंचांगकर्त्ता । बीकानेर, कोलकाता व दिल्ली । 9831116226